PE Ratio होता क्या है कोई भी चीज खरीदनी हो या कोई निवेश करना हो तो सबसे पहले अच्छे से जांच कर लेना चाहिए अगर हम Phone खरीदते हैं तो सबसे पहले हम यह देखते हैं कि वाह किस कंपनी का है और फिर उसकी स्पेसिफिकेशन देखते हैं
Phone हम में कीमत उसकी स्पेसिफिकेशन का मैच करता है तो हमे कीमत ज्यादा लगता है दूसरी कंपनी से मोबाइल की कीमत और स्पेसिफिकेशन देखते हैं ठीक उसी तरह यह शेर खरीदते वक्त हमन पी रेडियो देखना बहुत ज्यादा जरूरी होता है
जिसके जरिए हमें पता लगता है कि कंपनी का शेयर महंगा है या सस्ता है दोस्तों आज के हम ब्लॉक में PE Ratio अनुपात क्या होता है PE Ratio कितना होना चाहिए PE Ratio कैसे निकले PE Ratio का फॉर्मूला क्या होता है
हमें कितनी Pe Ratio चाहिए, सेक्टर पर क्या होता है और भी बहुत सारी जानकारी देंगे आज के Article में अंतर Pe Ratio से संबंधित आपके सारे सवालों के जवाब मिल जायेंगे!
Pe Ratio क्या है? Pe ratio kya hota hai in hindi
यह कंपनी का फाइनेंशियल अनुपात होता है जिसके जरिए से हम पता लगा सकते हैं कि कंपनी का शेयर सस्ता है या महंगा है इसके जरिए आप किसी भी कंपनी का आसानी से पता लगा पाएंगे कि एक ही सेक्टर की किस कंपनी में आपको पैसा निवेश करना चाहिए
साथ ही साथ हम Pe Ratio के जरिए यह भी तय कर सकते हैं हमे शेयर खरीदना चाहिए या नहीं खरीदना चाहिए Pe Ratio के जारी हमें यह पता लग जाता है कि कंपनी का उपयोग करके अपने EPS के मुकाबले शेयर कितने अधिक मूल्य पर ट्रेड कर रहा है।
Pe Ratio से हमें यह पता लग जाता है कि एक ही फंडामेंटल वाली दो कंपनियों में से किसी कंपनी का शेयर सस्ता हो सकता है और किसी कंपनी का महंगा भी हो सकता है Pe Ratio कंपनी का शेयर मुल्य और मुनाफ़े का अनुपात होता है
Pe Ratio Full Form in Share Market In Hindi
शेयर मार्केट में Pe Ratio की फुल फॉर्म होती है प्राइस तू अर्निंग रेश्यो याह रेश्यो ही हमें बताता है कि हमें आगे चलकर किस कंपनी में ₹1 कमाने के लिए वर्तमान में कितने रुपए देने पड़ रहे हैं
Example of Pe Ratio in Hindi
अगर कोई कंपनी में साल Years ने ₹110 कमती है तो और आपने उसे एक शेयर खरीदा, जिसकी वर्तमान में ₹1000 किमत जिसका पाई रेसियो 10 है
इसका मतलब यह है कि आपने साल भर में इतने रुपये कमाए कंपनी को ₹1000 दिए हैं और यहां अपने 10 गुना अधिक कीमत देनी पड़ी है
मन लेते हैं अगर आप किसी कंपनी से ₹1 कमाना चाहते हैं तो आपको कंपनी को ₹5 देने होंगे नहीं समझ आए तो कोई बात नहीं और सरलता से समझते हैं
समझिए अगर आप किसी कंपनी का एक शेयर खरीदते हैं, जिसकी कीमत उसके ₹1000 है तो आप कंपनी के मुनाफ़े के कुछ मालिक बन जाएंगे। ताकि आपके शेयर के हिसाब से आपको हर साल मुनाफ़ा मिलता रहे
Pe Ratio क्यों महत्वपूर्ण होता हैं?
Pe Ratio क्या महत्तव पूर्ण होता है इसके कुछ कारण हमने विस्तार से बताया है
- शेयर अपने प्रॉफिट से सस्ता हो या महंगा हो
- कंपनी का कम्प्रेशन करने के लिए
- एक ही सेक्टर की कंपनी में से एक कंपनी का चुनाव करने के लिए
- शेयर में से सही निवेश करने के लिए
- सही शेयर का चुनाव करने के लिए
शेयर का PE रेश्यो कितना होना चाहिए?
Good PE Ratio in India in Hindi.भारत में एक अच्छा दाम तू आने अनुपत के आम तौर पर 12 और 20 के बीच रहता है जो दिखाता है ये है कि किसी भी कंपनी का स्टॉक ना तो ओवरवैल्यूड हो और ना ही अंडरवैल्यूड हो यह सीमा जोखिम और विकास क्षमता का संतुलन बनाती है जो भारतीय शेयर बाजार में निवेश करने के लिए आदर्श बनाती है
क्या 200 पे रेश्यो अच्छा है?
पी अनुपात का 200 से अधिक एपीआई अनुपत का अर्थ यह है कि निवेश कंपनी द्वार उत्पनन आय की प्रतिएक इकाई के लिए आशाधारन रूप से उच्च कीमत चुकाने को तयार है
परिकल्पना के अनुसर कंपनी का वर्तमान में आय धारा के माध्यम से प्रारंभिक निवेश को वापस पाने में 200 से अधिक वर्ष लगेंगे कम से कम
किसी भी कंपनी का P/E Ratio कैसे देखे?
किसी भी कंपनी का पी अनुपात देखने के लिए सबसे पहले आपको कुछ ऑनलाइन वेबसाइट का उपयोग करना होगा जैसे मनीकंट्रोल और स्क्रीनर वेबसाइट के जारी कंपनी के PE Ratio का पता लगा सकते हैं
आप कहीं भी मोबाइल ऐप गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं यहां पर आपको कौन सी Consolidated Pe Ratio, or Sector Pe Ratio की भी जानकारी मिल जाएगी
Industry Pe Ratio क्या होता है?
Industry Pe Ratio होता है जो हम एक सेक्टर में किसी भी कंपनी में Pe Ratio को मिलाकर निकलते हैं वाह उद्योग का अनुपात होता हैएक ही सेक्टर के सभी कंपनियों के साथ Pe Ratio के आधार पर निकल जाते हैं
जैसे IT सेक्टर का Ratio निकलना है तो IT सेक्टर की किसी भी कंपनी को Pe Ratio की जरूरत पड़ेगी मान लेते हैं कि वर्तमान में IT सेक्टर का PE Ratio 60 है तो और HCL जो कि IT Secter की कंपनी है उसका PE Ratio 50 है
जो कि उसके सेक्टर पी ई रेश्यो से में काम कर रहा है व्यापार कर रहा है इसका मतलब HCL अपने Secter के औसत पी ई से सस्ता है। दूसरा तरफ बैंकिंग सेक्टर जिसका पीई अनुपात 70 है और जिसमें ICICI बैंक जिसका Pe Ratio 80 है
इसका मतलब ICICI है बैंक अपने औसत से महंगा है ICICI बैंक का शेयर पे अपने इंडस्ट्री पे से ज्यादा ट्रेड करने का कारण कंपनी का ओवर वॉल्यूम कहा जा सकता है
Example:- जरूरी नहीं है कि किसी शेयर का Pe Ratio अपनी इंडस्ट्री पर ज्यादा हो तो वह सही होगा अगर उसे शेयर में बढ़ोतरी करने की अच्छी क्षमता है तो बड़े हुए दामों में भी खरीदने को तयार रहते हैं जिसे इस्तेमाल करते हैं शेयर का अनुपात बढ़ता रहता है
PE Ratio का उपयोग करने का दूसरा तरीका यह है औसत विधि आपको जिस कंपनी के भी स्टॉक की जानकारी लेनी है तो उसका लगभाग पंच वर्ष का Pe Ratio भी अनुपात देखें
अगर स्टॉक का औसत भी अनुपात में उपयोग करें वर्तमन Pe Ratio का उपयोग ज्यादा है तो वह आपके लिए शेयर अपने औसत भी से कम मूल्य प्रति ट्रेड कर रहा है
आपके लिए शेयर को खरीदने का अच्छा संकेत मिल सकता है जैसे कि SBI बैंक का 5 साल से PE Ratio 40 है और भी वह 30 पर ट्रेड का व्यापार कर रहा है तो वह अपने हिस्टोरिकल राशियों से सस्ता माना जाएगा
TTM Pe Ratio क्या होता है?
TTM की फुल फॉर्म होती है ट्रेनिंग 12 महीने अकाउंटिंग में फाइनेंशियल स्ट्रेटजी को पिछले 12 महीने का डेटा देखने के लिए TTm का उपयोग किया जाता है
TTm प्रति अनुपात के जारी हम शेयर के पिछले 1 साल का अनुपात का पता लगा सकते हैं जो टीटीएम निकालने के लिए वर्तमान शेयर मूल्य को पिछले चार तिमाही यानी एक वर्ष के ईवीएस को विभाजित करना होता है
टीटीएम प्रति अनुपात को निकालना कोई मुश्किल काम तो नहीं है क्योंकि कंपनी हर 3 महीने में आईपीएस के साथ अपने वित्तीय परिणाम बताती है
FAQ:-
Q:- PE कैसे निकाले?
Ans:- अगर आप किसी भी कंपनी के मौजुदा शेयर कीमत को कंपनी से EPS से विभाजित करते हैं तो आपके PE Ratio में मिलेगा इस अनुपात से पता चलता है कि बाजार की खिलाड़ी कंपनी के मुनाफे के मुकाबले उसकी शेयर कीमत पर कितना गुना प्रीमियम देने को तैयार है
Q:- क्या पीई अनुपात अच्छा है?
Ans:- एक अच्छा पि अनुपत हमेशा अपने आप में उच्च या निम्न अनुपत नहीं होता जो बाजार की औसत PE अनुपत वर्तमान में 20 से 25 के बीच में है इस तरह से अधिक पी ई अनुपत नकारात्मक माना जा सकता है जबकी काम पी ई अनुपत को बेहतर मन जा सकता है
Q:- शेयर खरीदने से पहले क्या देखना चाहिए?
Ans:- अगर आप शेयर बाजार में निवेश करते हैं तो भविष्य में निवेश करने की सोच रहे हैं आपको पता होना चाहिए कि शेयर खरीदने से पहले उसका फंडामेंटल कैसे चेक किया जाता है आपको समझना चाहिए कि किसी शेर का स्टॉक पे आर ओ सी आई और आई बुक वैल्यू और फेस वैल्यू क्या दर्शाती है
Q:- सबसे अच्छा पीई अनुपात क्या है?
Ans:- एक अच्छा PE का अनुपत हमेशा अपने आप में उच्च निमन अनुपत नहीं होता जो बाजार को औसत PE अनुपत वर्तमान से 20 से 25 के बिच में होता है
Q:- क्या 10 का पीई अच्छा होता है?
Ans:- 10 का अच्छा है तो पता करने के लिए आपकी कंपनी के आईपीएस अर्निंग प्रति अनुपात को देखना होगा जो कि साथ ही साथ उसके शेयर की कीमत को भी देखना होगा
Conclusion:-
किसी भी शेयर की परख करने के लिए काई पैरामीटर देखने होते हैं जो यह जरूरी नहीं है कि आप हर बार पाई अनुपात को देखकर अच्छा शेयर पता लगे आप अच्छा शेयर को पता लगाने के लिए PE Ratio
PE अनुपात को एक फिल्टर के रूप में भी प्रयोग कर सकते हैं आज के ब्लॉग में हमने पाई अनुपात क्या होता है और इस तरह जुडी सारी जानकारी देने की कोशिश की है उम्मीद है कि आप समझ गए होंगे उम्र की जानकारी कैसी लगी कमेंट बॉक्स में केसरिया जरूर राय दें